देवास। शहर के आदर्शनगर में रहने वाले बीएनपी के सेवानिवृत्त कर्मचारी की विगत दिवस हत्या जमीन विवाद को लेकर की गई थी। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बुधवार को खुलासा कर बताया कि मृतक को मुख्य आरोपी अपने चार साथियों के साथ हत्या वाले दिन उज्जैन रोड़ आवेर ब्रिज से कार में बैठाकर सिया घाट ले गया था। जहां बीच रास्ते में आरोपियों ने मृतक की गला दबाकर हत्या कर शव को जिले के कन्नौद के जंगल में 300 फीट गहराई में इस ताह फैंक दिया था जिससे दुर्घटना प्रतीत हो। प्रकरण की जांच के दौरान यह बात सामने आई की मृतक ने एक महिला रिश्तेदार को 28 वर्ष पूर्व 1994 में एक मकान दिलवाया था, जहां मृतक का आना-जाना रहता था। महिला के ससुर के नाम एक 14 बीघा जमीन थी उस जमीन को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद भी चल रहा था। उस विवाद के कारण ही हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या करने में प्रयुक्त कार सहित गमछा, बेल्ट व मृतक की बाइक जब्त की है। साथ ही पुलिस ने बताया कि इस प्रकरण में एक और आरोपी है जो फरार है।
तीन दिनों पूर्व 20 अगस्त को कोतवाली थाना अंतर्गत हुकुम सिंह पिता देवीलाल सोलंकी उम्र 64 वर्ष निवासी 40 बी आदर्शनगर देवास घर से बाइक क्रमांक एमपी 41 एनबी 0526 से कही गए थे। जो वापस घर नहीं लौटे जिस पर हुकुम सिंह के पुत्र नरेन्द्र सोलंकी ने कोतवाली थाने पर 21 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया था कि हुकुमसिंह बैंक नोट प्रेस से 3 वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हो गए थे। उक्त रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने प्रकरण को विवेचना में लिया था। जिसके अगले दिन 22 अगस्त की शाम को हुकुम सिंह का शव जिले के कन्नौद में वनपरिक्षेत्र की 300 फीट गहरी खाई में मिला था, शव के पास ही उनकी बाइक भी बरामद की गई थी। इसके बाद शव को जिला चिकित्सालय पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक डॉ.शिवदयाल सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी रवि देवड़ा अपने अन्य साथी गजराज रंगवाल, अनिल परिहार, सुनिल के साथ हत्या वाले दिन रात करीब 10 बजे मृतक को उज्जैन रोड़ ब्रिज से कार में बैठाकर सिया घाट ले गए थे।
इस दौरान एक आरोपी मृतक की बाइक लेकर मौके पर गया था। बीच रास्ते में ही आरोपियों ने हुकुम सिंह सोलंकी की गमछे व रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी थी और लाश को कन्नौद के जंगल में 300 फीट की गहरी खाई में बाइक के साथ घाट से नीचे फेंक दिया था। जिससे ऐसा प्रतीत हो की मृतक की मृत्यु दुर्घटना में हुई है। जांच के दौरान पुलिस को यह बात भी सामने आई है कि मृतक हुकुमसिंह सोलंकी के द्वारा अपने रिश्तेदार रामकन्या पति स्व.कालूसिंह उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम मडक़ा थाना बीएनपी को पुष्पकुंज कालोनी इटावा में 28 वर्ष पूर्व 1994 में मकान दिलवाया था। जहां मृतक का आना-जाना था। ग्राम मडक़ा में रवि देवड़ा के दादाजी रतनलाल के नाम से कुल 14 बीघा जमीन थी। उक्त जमीन को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद भी चल रहा था। उस विवाद के कारण ही हत्या को अंजाम दिया था।
इन पांच आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
कोतवाली पुलिस ने मुख्य आरोपी रवि पिता कालूराम देवड़ा उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम मडक़ा थाना बीएनपी, गजराज पिता बाबूलाल उम्र 25 वर्ष निवासी कंचनपुर थाना बीएनपी, अनिल पिता रमेश परिहार उम्र 25 वर्ष निवासी भटोनी थाना टोंकखुर्द, आशीष पिता मांगीलाल सोलंकी उम्र 25 वर्ष निवासी विशाल नगर इटावा व सुनील पिता नारायण सिंह परमार उम्र 26 वर्ष निवासी भक्त श्री झालाराम नगर सिविल लाइन को गिरफ्तार कर लिया है वहीं एक आरोपी शुभम पिता मांगलीलाल गोयल उम्र 25 वर्ष निवासी रानीबाग फरार है। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त शेवर्ले कार क्रमांक एमपी 09 सीई 7204 सेंट्रो कार क्रमांक एमपी 09 सीसी 5497 मृतक का मोबाइल, पर्स, रस्सी, गमछा, बेल्ट बरामद कर लिया है।
इनका रहा सराहनीय कार्य
उपरोक्त कार्य में थाना प्रभारी कोतवाली महेन्द्र सिंह परमार, उनि पवन यादव, उनि एएम पठान, उनि दीपक मालवीय, सउनि संजय तंवर, प्रआर मनोज पटेल, रवि गरोडा, हेमंत डाबी, हेमेन्द्र जादौन, आर पिन्टू देथलिया, मनीष देथलिया, राहुल धमनिया, महेश बामनिया, सूरज सिंह सिकरवार, सायबर टीम प्रआर शिवप्रताप सिंह सेंगर, सचिन चौहान की सराहनीय भूमिका रही।