देवास। माता के जयकारों के साथ मां की प्रतिमा का विसर्जन चल समारोह प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी शहर के बीच एमजी रोड़ से निकाला गया। सयाजी द्वार से प्रतिमाएं चल समारोह में शामिल हुई खेड़ापति मंदिर से समारोह में शामिल प्रतिमाओं को नंबर वितरित किए गए। दोपहर के बाद प्रतिमाएं शहर के विभिन्न मार्गों से सयाजी द्वार पर पहुंची यहां एमजी अस्पताल व भोपाल चौराहे से समितियां प्रतिमाएं लेकर जूलुस मार्ग पर पहुंची, लेकिन सयाजी द्वार पर आगे निकलने को लेकर समितियों के सदस्यों के बीच विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई, यहां पर पुलिस व प्रशासन की व्यवस्था लचीली दिखाई दी। हांलाकि माता का विर्सजन समारोह था तो आपसी समझौतों के बीच प्रतिमाएं जूलुस में शामिल होने के लिए आगे निकल गई। खबर लिखे जाने तक 54 प्रतिमाएं खेड़ापति मंदिर से निकल गई थी। इसके पीछे करीब 25 प्रतिमाएं और शामिल होने के लिए खड़ी थी। दोपहर से आरंभ हुए विर्सजन समारोह में करीब 100 से अधिक प्रतिमाएं शामिल हुई।
शहर में माता दुर्गा प्रतिमाओं का ऐतिहासिक विसर्जन चल समारोह प्रतिवर्षानुसार इस बार भी दोपहर बाद शुरु हुआ। सयाजीद्वार से चार पहिया वाहनों में विभिन्न समितियों की प्रतिमाएं जुलूस में शामिल हुई। खेड़ापति मंदिर समिति की और से प्रतिमाओं को नंबर भी वितरित किए गए। बताया जा रहा है कि लगभग 100 से अधिक प्रतिमाएं विर्सजन समारोह में शामिल हुई। सबसे पहले तुलजा भवानी, चामुंडा माता माता टेकरी पुजारी संघ खेड़पति मंदिर पहुंचे यहां माता की आरती पूजन कर चल समारोह आरंभ हुआ था। एमजी रोड़ पर चल समारोह के स्वागत के लिए विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं द्वारा जगह-जगह मंच बनाए गए थे। मंचों से प्रसाद वितरण किया और समितियों का स्वागत किया गया। ऐताहिसक चल समारोह को देखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से हजारों लोग पहुंचे थे। बताया जाता है कि प्रदेश का यहां ऐतिहासिक माता का विसर्जन चल समारोह निकाला जाता है। चल समारोह के साथ विभिन्न अखाड़े भी शामिल हुए थे।
सयाजी द्वार पर नहीं दिखी प्रशासनिक व्यवस्था
शहर की विभिन्न समितियां माता की प्रतिमाएं लेकर चल समारोह में शामिल होने के लिए सयाजी द्वार पर पहुंची थी। यहां पर भोपाल चौराहे व एमजी तिराहे से प्रतिमाएं आ रही थी, दोनों और से आ रही प्रतिमाओं को एमजी रोड़ पर प्रवेश एक ही मार्ग से करना था, लेकिन यहां पर बीच में समितियां आगे निकलने के लिए प्रयास कर रही थी, पीछे दूसरी अन्य समितियों के सदस्यों ने इस बात को लेकर आगे निकलने वालों को रोकना चाहा लेकिन बात विवाद तक पहुंच गई। हांलाकि कोतवाली थाना प्रभारी व बल ने समितियों के सदस्यों को समझाया उसके बाद स्थिति नियंत्रित हो गई। पुलिस बल के जाने के बाद फिर यहां पर विवाद की स्थिति निर्मित हुई, फिर आपसी समझाईश से मामला सामान्य हो गया। इस बीच प्रशासन और पुलिस की व्यवस्था लचीली दिखाई दी।
इन मार्गों से निकला चल समारोह
माता का विसर्जन चल समारोह सयाजीगेट से खेड़ापति मंदिर, तहसील चौराहा, अलंकार मार्केट, पीठा रोड, तीन बत्ती, जवाहर चौक, नयापुरा, जनता बैंक, सुभाष चौक से होता हुआ पुन: नॉवेल्टी चौराहा, एकता क्लब चौराहा, मीरा बावड़ी चौराहा, एमजी अस्पताल होते हुए एबी रोड पर आया। उसके बाद कालूखेड़ी तालाब पहुंचा, जहां माता की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।